
धर्मनिरपेक्षता(Secularism)
हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष देश है, यह तो हम सभी जानते हैं।
परन्तु, क्या हम इसके सही मायनों को कभी समझ पाएं हैं?
क्या हम इसकी सही परिभाषा जानते हैं?
इस प्रकार यदि कोई आपसे प्रश्न करे, तो आपका उत्तर होगा, जी हां ! धर्मनिरपेक्षता का मतलब होता है सर्व धर्म सम्मत, अर्थात् जहां सभी धर्म समान हैं।
परन्तु, इसके पीछे का तथ्य बहुत ही कम लोग जानते एवं समझते हैं। वैसे किसी के हिसाब से धर्मनिरपेक्षता का अर्थ जो भी हो। मेरी नज़र में धर्मनिरपेक्षता का अर्थ है-
~मानवता
~समानता
~एकता
~ सभी समझदार
~ईमानदारी
~सभी श्रेष्ठ
इत्यादि।
बात यह है कि हम इस शब्द की परिभाषा को जानते हुए भी इसके पीछे छिपी हुई गहराई को नहीं समझ पाते एवं इसे अपने-अपने धर्मों से जोड़कर एक – दूसरे से झगड़ते रहते हैं। किन्तु, भारतीय संस्कृति हमें यह अनुमति नहीं देती कि हम इस प्रकार के मदभेदों में अपना जीवन नष्ट करें।
यदि आपको दृढ़ होना है, संकल्पित होना है, कट्टर होना है। तो धर्मों के लिए नहीं, अपितु मानवता के लिए कट्टर बनिए, ईमानदारी के लिए दृढ़ बनिए।
यदि संकल्प लेना है तो इस बात का संकल्प लीजिए कि जीवन में आपके कारण कभी किसी को चोट ना पहुंचे, दुःख ना पहुंचे।
आइए इस प्रकार की धर्मनिरपेक्षता को आगे बढ़ाएं एवं भारत देश की वास्तविक संस्कृति को जीवन्त बनाएं।
~जय हिन्द, जय भारत।