Category

आवाज़

आवाज़

वो आज बहुत रोयी, इतना रोई कि सभी की निगाहें उसपर से हट ही नहीं पा रहीं थीं। उसको कुछ ना तो दिखाई दिया आज, और ना ही कुछ सुनाई दिया। जो भी उसका दर्द था, आज उसकी आंखों से सब बयां हो रहा था। कई दिनों से उसका मन उदास था, ना जाने क्या उसको अंदर ही अंदर खाए जा रहा था, वो समझने में अक्षम थी। क्या था वो जिसने उसे इतने दिनों से परेशान किया हुआ था?…

Read More Read More

शिक्षक दिवस पर विशेष

शिक्षक दिवस पर विशेष

शिक्षक बनने का अनुभव भी कमाल का होता है।शिष्यों के जीवन में दो ही व्यक्तियों का स्थान अधिक महत्वपूर्ण होता है….. अभिभावक एवं शिक्षक। शिष्य सबसे ज्यादा इन्हीं दो के जीवन से प्रभावित होते हैं एवं इन्हीं दो का अनुसरण भी करते हैं… शिष्य अपने हर शिक्षक की कोई ना कोई बात, कोई “speciality”, “uniqueness” हमेशा याद रखते हैं। इसी कारण मुझे हमेशा यही लगता था कि यदि मैं शिक्षक बनूं, तो अपने शिष्यों के समक्ष एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत…

Read More Read More

समस्या(Problem)

समस्या(Problem)

कई दिनों से मैं लोगों के कुछ पोस्ट्स देख रही हूं, एवं नजरंदाज कर रही हूं। परन्तु, आज मेरा मन किया इस विषय में लिखने को तो सोचा कुछ लिखा जाए। कुछ लोग “इंडियन गर्ल्स” के बारे में पोस्ट्स डाल रहे हैं कि दुनिया में कॉरोना वायरस का प्रकोप फैल रहा है, और हिन्दुस्तानी लड़कियों को देखो जो एक दूसरे को साड़ी चैलेंज दे रही हैं, वगैरह -वगैरह। उन लोगों से मैं यही अर्ज़ करना चाहूंगी कि अगर वे ऐसा…

Read More Read More

पर्यावरण

पर्यावरण

ईश्वर ने धरती को कितना सुन्दर बनाया । इसे सुन्दर बनाने हेतु, कितने अद्भुत रंगों से सजाया ! नीला आसमान, हरे-भरे वृक्ष, लहलहाते खेत, रंग-बिरंगे पुष्प एवं उनपर मंडराने वाले कीट-पतंगें। स्वच्छ, निर्मल एवं पवित्र जल। कभी विचार किया है, इन सब के बिना हमारी धरती मां कितनी उदास प्रतीत होगी ? और धरती मां ही क्यों हम भी तो इस सुन्दर धरती की निराली छटा को देखकर खुशी से झूम उठते हैं । पर्यावरण “परि+आवरण” से मिलकर बना हुआ…

Read More Read More

Critics and praisers(आलोचक एवम् प्रशंसक)

Critics and praisers(आलोचक एवम् प्रशंसक)

अक्सर देखने में आता है, और आपने भी महसूस किया होगा हमारे जीवन में दो प्रकार के लोग होते हैं। एक प्रशंसक, जो सदैव हमारे बारे में अच्छा बोलते हैं, हमसे खुश रहते हैं, हमारे हर कार्य में हमारा पक्ष लेते हैं, अतः हमारी हर क्रिया पर हमेशा एक सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हैं। दूसरे आलोचक, जो सदैव हमारी निंदा करते हैं, हमारे विपरीत खड़े रहते हैं, एवं इस बात के इंतज़ार में होते हैं, कि कब हमसे ज़रा-सी गलती भी,…

Read More Read More

Corona warriors/कोरोना योद्धा/ self love

Corona warriors/कोरोना योद्धा/ self love

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज हम, हम तो क्या पूरा विश्व जिस स्तिथि से गुज़र रहा है, उसको मद्दे नज़र रखते हुए, जो कदम हमें उठाने पड़ रहे हैं। उन्हें यदि हम गौर से देखें तो हमें समझ आएगा कि इसके पीछे क्या संदेश छुपा है! संदेश है “सेल्फ लव” का । इस दौरान हमें जो सबसे ज्यादा ध्यान में रखने योग्य बातें कही जा रही हैं वो यही हैं कि हमें स्वयं से प्रेम करना सीखना…

Read More Read More

तुलना

तुलना

हम क्यों आपस में एक दूसरे की तुलना करते हैं? जबकि हम जानते हैं कि हम सभी में वो विलक्षण क्षमताएँ है जिससे हम स्वयं का भला भी कर सकते हैं एवम् जरूरतमंदो का भी। जब भी मैं अपने आस-पास नज़र घूमाती हूं, यही देखने में आता है। कहीं ना कहीं हम स्वयं को जाने अंजाने में दूसरों से बेहतर साबित करने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। यह भूल जाते हैं कि हम दूसरों की नज़र…

Read More Read More

Opportunity (अवसर)

Opportunity (अवसर)

कभी-कभी मन में एक कश्मकश उत्पन्न होती है। ये अवसर है क्या? अवसर हमें चुनते हैं या हम अवसर को? अवसर हमें बनाते हैं या हम अवसर को? उपर्युक्त शब्दों में एक बहुत ही गहरा मर्म छुपा हुआ है। पहले तो यही सुना था कि इंसान अवसर को बनाता है, परंतु कुछ ऐसी घटनाएं मेरे समक्ष आईं हैं, जिनको देखकर लगता है कि अवसर इंसान को बना रहा है! कैसे?!? हममें से कितने लोग हैं, जो इस बात का रोना…

Read More Read More

दुविधा

दुविधा

करीब 20 दिन पहले कि बात है, मेरे मोबाइल की घंटी बजी, मैंने फ़ोन उठाया, तो मेरा परिचय एक जानी- पहचानी आवाज़ से हुआ | परन्तु, मैं उसे आगे पढ़िए …

समझ

समझ

“अरे लता यह क्या कर रही हो? बहु को ज्यादा अपनापन दिखाना उचित नहीं!” लता आंटी की ननद बोलीं।परंतु, आगे पढ़िए …