लघु कथा
बालिका वधु

सीमा एक गांव के एक विद्यालय में नई शिक्षिका के रूप में आई थी। वह अपने निर्मल और सरल। व्यवहार के कारण सभी की प्रिय हो गई। एक दिन उसकी कक्षा की एक शिष्या विद्यालय नहीं आई तो उसने बाकी विद्यार्थियों से उसके ना आने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया की आज उसकी शादी है। सीमा तुरंत, उस घटनास्थल पर पहुंचीं और उसके घरवालों को चेतावनी दी की उस बच्ची का विवाह करना अनुचित है। चूंकि वह अभी 21 वर्ष की नहीं हुई है।
लड़की के घरवालों ने कहा कि वह 18 वर्ष की हो चुकी है अतः वे उसकी शादी कर सकते हैं। तब सीमा ने उन्हें नई गाइडलाइंस के बारे में बताया कि अब नियम बदल चुके हैं और शादी की उमर लड़कियों के लिए 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष कर दी गई है। उसके घरवालों ने सीमा से क्षमा मांगी और तुरंत अपनी बेटी की शादी रोक दी। अब उन्होंने लड़के वालों से भी क्षमा मांगी और सीमा को धन्यवाद दिया कि उसने उन्हें नए नियमों से अवगत करवाया और उनकी बेटी के साथ जो अनजाने में वे अन्याय करने जा रहे थे उस अपराध को होने से वे रोक पाए।